महर्षिकुलवैभवविमर्श (शोध-आलेखसंग्रह)
पण्डित मधुसूदन ओझा ग्रन्थमाला – 11
पण्डित ओझा ने अपने ‘महर्षिकुलवैभवम्’ ग्रन्थ में ऋषि शब्द के चार अर्थों का निरूपण करने के साथ वेद का पौरुषेयापौरुषेयत्वविचार, वर्णव्यवस्था विज्ञान, षोडशकलपुरुष वैराज मनु का विवेचन किया है इन्हीं से सम्बद्ध गम्भीर शोधलेखों वाला प्रकृत ग्रन्थ उपर्युक्त विषयों का विस्तृत प्रतिपादक होने से मननीय एवं सङ्ग्रहणीय है।
Maharishi Kulvaibhav Vimarsh
महर्षिकुलवैभवविमर्श (शोध-आलेखसंग्रह)
पण्डित मधुसूदन ओझा ग्रन्थमाला – 11
Author : Madhusudan Ojha, Ganeshilal Suthar
Language : Sanskrit, Hindi
ISBN : N/A
Edition : 2005
Publisher : Other
₹70.00
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