ढोलन कुंजकली : ‘ढोलन कुंजकली’ दलित स्त्री केन्द्रित प्रथम उपन्यास है, जिसमें दलित नायिका कुंजकली के आधार पर उपन्यास का शीर्षक निर्धारित किया गया है। दलित-विमर्श नया होने के साथ ही भारत के प्रत्येक परिप्रेक्ष्य के रूप में महत्वपूर्ण भी है। दलित-विमर्श में भी दलित स्त्री-विमर्श चुनौतिपूर्ण है क्योंकि स्त्री-विमर्श कुंद मानसिकता के पट खोलने वाली तेज हवा है। राजस्थान के सामन्ती शासन की सर्वाधिक शिकार दलित स्त्री रही है। इस उपन्यास के आधार पर उनकी प्रत्येक समस्याओं और कमजोरियों पर चर्चा करने के साथ ही ढोली जाति के इतिहास को सामाजिक परिप्रक्ष्य में देखा गया है। ‘ढोलन कुंजकली’ उपन्यास में अभिव्यक्त राजस्थानी सामन्ती समाज की आधुनिक राजस्थानी समाज से तुलना करने पर ऐसे कई प्रश्न उभरकर सामने आते है जो व्यक्ति की सामाजिक समानता और स्वतंता से जुडे है।
Dholan Kunjakali
ढोलन कुंजकली
(राजस्थान साहित्य अकादमी द्वारा पुरस्कृत)
Author : Yadvendra Sharma ‘Chandra’
Language : Hindi
Edition : 2015
Publisher : RG GROUP
₹200.00
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