तवारीख जैसलमर (जैसलमर राज्य का इतिहास) : थार रेगिस्तान के मध्य स्थित जैसलमेर राज्य अपनी विशिष्ट भौगोलिक स्थिति और वहां के शासकों तथा आम लोगों के त्याग, बलिदान और शौर्य के कारण परम्परा से उत्तरी भारत की रक्षा भित्ति माना जाता रहा। ‘उत्तर भड़ किवाड़’ के सम्बोधन से प्रसिद्ध जैसलमेर के भाटी वंश का सर्वाधिक विश्वसनीय यह इतिहास ग्रन्थ ‘तवारीख जैसलमेर’ के नाम से एक शताब्दी पूर्व लिखा गया था। ग्रन्थ के लेखक सेवग लखमीचन्द ने इस तथ्य को बार-बार दोहराया है कि प्रस्तुत ग्रन्थ के प्रेरणा स्रोत जैसलमेर राज्य के दीवान नथमल मेहता थे और दीवानजी की आज्ञानुसार ही इस ग्रन्थ की रचना की गई। स्पष्ट है कि ‘तवारीख जैसलमेर’ जैसे विशाल ग्रन्थ के लिये जिन विपुल साधनों की आवश्यकता थी वे दीवान नथमल मेहता द्वारा उपलब्ध करवाये गये थे।
‘तवारीख जैसलमेर’ का कलेवर केवल राजनैतिक इतिहास तक ही सीमित नहीं है। मेहता नथमल और लखमीचन्द का मन्तव्य जैसलमेर का ज्ञान कोश तैयार करना था। प्रस्तुत ग्रन्थ के चार सौ पृष्ठों को तीन भागों में विभाजित किया गया है। प्रारम्भ से महारावल बैरीसाल सिंह तक के राजनैतिक इतिहास का वर्णन किया गया है। फारसी ग्रन्थों, डिंगल साहित्य, अभिलेखों आदि के बल पर लिखित इस भाग का महत्व इसी से स्पष्ट है कि गत सौ वर्षों से जैसलमेर के इतिहास के सम्बन्ध में प्रमाणिक रूप से जो कुछ भी लिखा गया है, इसकी संदर्भ सामग्री ‘तवारीख जैसलमेर’ तो रही ही है। निश्चित है कि भविष्य के शोधकर्ताओं के लिये भी इस ग्रन्थ की अनिवार्य उपयोगिता बनी ही रहेगी।
Tawarikh Jaisalmer (Jaisalmer Rajya ka Itihas)
तवारीख जैसलमर (जैसलमर राज्य का इतिहास)
Author : Deewan Nathmal, Lakhmichand
Language : Hindi
ISBN : 9789387297296
Edition : 2019
Publisher : RG GROUP
₹600.00
Reviews
There are no reviews yet.