मेवाड़ का पुरातत्व और स्थापत्य : मेवाड़ के स्थापत्य स्मारकों का भारतीय संस्कृति के विकास एवं संरक्षण की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान है। दक्षिण राजस्थान के मेवाड़ भू-भाग में प्रागैतिहासिक, आद्यैतिहासिक एवं मध्ययुग की पन्द्रहवी शताब्दी तक के ऐसे सैकड़ों स्थापत्य स्मारक उपलब्ध हैं, जो भारतीय पुरातत्व एवं भारत में विकसित होने वाली मानवीय संस्कृति के एक विशेष घटक स्थापत्य कला के उत्तरोत्तर विकास के कई पहलुओं को उद्घाटित करते है। मेवाड़ का पुरातत्व और स्थापत्य शीर्षक पर लिखी गई इस पुस्तक में मेवाड़ की पृष्ठभूमि में भारत के वैदिक साहित्य संस्कृत साहित्य शिल्पकला साहित्य एवं हिन्दी व अंग्रेजी भाषा के आधुनिक विद्वानों, विशेषकर भारतीय एवं अन्य देशों के पुरातत्ववेत्ताओं, कला-समीक्षकों, कला-इतिहासज्ञों आदि द्वारा प्रकाश में लाई गई विषयवस्तु का सन्दर्भ लेते हुए मेवाड़ के स्थापत्य स्मारकों का पुरातत्व-विज्ञान की प्रामाणिक प्रणालियों के आधार पर शोधपरक वैज्ञानिक विश्लेषण किया गया है। इस पुस्तक में पुरातत्व एवं स्थापत्य के विद्वानों और शोधार्थियों के लिए महत्वपूर्ण एवं रुचिकर सामग्री उपलब्ध है। इस पुस्तक के सन्दर्भ सूची (Bibliography) निश्चित रूप से पढ़ने और समझने लायक हो।
Mewar Ka Puratatva Aur Sthapatya
मेवाड़ का पुरातत्व और स्थापत्य
Author : Kulshekhar Vyas
Language : Hindi
Edition : 2018
ISBN : 9789385593468
Publisher : RAJASTHANI GRANTHAGAR
₹319.00
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