राजस्थान का सामाजिक एवं राजनीतिक इतिहास
मारवाड़ की सामाजिक व राजनैतिक विरासत मारवाड़ के सामाजिक एवं राजनैतिक इतिहास से बखूबी प्राप्त होता है। किसी भी राजवंश का सामाजिक एवं राजनैतिक इतिहास ही उसे महान बनाता है। basically मारवाड़ के सामाजिक व राजनीतिक विषयक पर अनेक शोध कार्य हुए है लेकिन मारवाड़ के 10 वर्ष (1793 ई.-1803 ई.) के काल पर सारांश रूप में मिलता है। इस पर अब तक अद्यावधि शोध कार्य हुए है। Marwar Samajik Rajnitik Itihas
Marwar Samajik Rajnitik Itihas (1793 ई.-1803 ई.)
at first प्रस्तुत पुस्तक के प्रथम अध्याय में मारवाड़ की भौगोलिक पृष्ठभूमि, मारवाड़ का पूर्व मध्यकालीन इतिहास, मारवाड़ में राठौड़ सत्ता का प्रादुर्भाव व मारवाड़ सत्ता का उत्थान का उल्लेख किया गया है।
द्वितीय में महाराजा भीमसिंह (1793-1803) के शासनकाल उनका प्रारम्भिक जीवन, सिंहासनारोहण, आन्तरिक उपद्रव मराठे व भीमसिंह के संघर्षों का उल्लेख किया गया है।
also तृतीय में महाराजा भीमसिंह का संगठन एवं प्रशासनिक पदाधिकारी एवं उनके कार्य, पदाधिकारियों की सैनिक अभियानों में भूमिका, पट्टा प्रणाली रेख व न्याय व्यवस्था का उल्लेख किया गया है।
चतुर्थ में महाराजा भीमसिंह कालीन सामाजिक दशा, जातिगत व्यवस्था, स्त्रियों की दशा, दहेज प्रथा, वस्त्र आभूषण व खान-पान तथा आर्थिक दशा, कृषि व्यापार व उद्योगों का उल्लेख किया गया है।
पंचम में महाराजा भीमसिंह के स्थापत्य, कुएं, तालाब, बावड़ियां, मंदिर, स्मारक, थड़े व साहित्यिक रचनाओं का उल्लेख किया गया है।
at last षष्ठ अध्याय में महाराजा भीमसिंह की मृत्यु का विस्तारपूर्वक वर्णन तथा मृत्यु के समय रीति-रिवाजों को दर्शाया गया है। Marwar Samajik Rajnitik Itihas
किसी भी राज्य को सुदृढ़ बनाने के लिए उसके राज्य में सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, धार्मिक व्यवस्था का सुचारू रूप से होना अति आवश्यक है। प्रस्तुत पुस्तक मारवाड़ का सामाजिक एवं राजनीतिक इतिहास 1793-1803 ई. के अन्तर्गत इस समय के शासक महाराजा भीमसिंह कालीन गतिविधियों का विस्तारपूर्वक अध्ययन करके प्रस्तुत किया गया है।
surely मुझे विश्वास है कि मेरा यह मौलिक प्रयास मारवाड़ के सामाजिक व राजनीतिक इतिहास पर अन्य शोध कार्यों का मार्ग प्रशस्त करेगा।
– लेखिका
click >> अन्य सम्बन्धित पुस्तकें
click >> YouTube कहानियाँ
Reviews
There are no reviews yet.