जैम्स टाॅड कृत राजस्थान में सामंतवाद : प्रस्तुत पुस्तक कर्नल जैम्स टॉड के सुप्रसिद्व अंग्रेजी इतिहास ग्रंथ ‘‘एनल्स एण्ड एन्टीकिटिज आॅफ राजस्थान’’ के एक भाग ‘‘प्युडल सिस्टम इन राजस्थान’’ का पूर्ण एंव प्रामाणिक हिन्दी अनुवाद तथा सम्पादन है। यह टॉड की सर्वाधिक महत्वपूर्ण कृति है और भारत के मध्ययुगीन राजपूत राज्यों की जागीरदारी प्रथा के अध्ययन की दृष्ष्टि से आज भी आधारभूत पुस्तक है। ग्रंथकार द्वारा राजस्थान की सामंती समाज व्यवस्था की सभी प्रमुख बातों का, राजा और जागीरदारों के स्वत्वों और कर्तव्यों, राजा द्वारा जागीर की एवज में ली जाने वाली सैनिक सेवा तथा अन्य सेवाओं की शर्तो, जागीरों (पटटो) की श्रेणी तथा अवधि, उनको देने, वापस लेने अथवा बदलने तथा कर्तव्यच्युरता पर किये जाने वाले दंडो की विधियों, जागीरों में उत्तराधिकार और गोद-प्रथा, जागीरों का उपविभाजन और आन्तरिक व्यवस्था, आय के स्त्रोत, कर व्यवस्था, सामंती समाज की अन्य विशिष्ष्टताएं-गोला, दास, बस्सी रखने, गाँवों में सुरक्षा के लिए ‘‘रखवाली’’ आदि बातों का वर्णन एवं विवेचन किया गया है। ग्रंथकार ने राजपूत राज्यों के प्रति अंग्रेज सरकार की नीतियों की निष्ष्पक्ष समीक्षा की है। ग्रंथ के मूल पाठ के साथ ग्रंथकार की पाद-टिप्पणियों, परिशिष्ष्टों आदि का भी पूर्ण अनुवाद दिया गया है। संपादक द्वारा अद्यतन शोध के आधार पर ग्रन्थकार की भूलों को ठीक करने तथा ऐतिहासिक व्यक्तियों, घटनाओं तथा रीति व्यवहार आदि के सम्बन्ध में अधिक स्पष्ष्ट, पूर्ण एवं नवीन जानकारी देने से ग्रन्थ की उपादेयता और प्रामाणिकता बढ़ गई है। टॉड ने ग्रन्थ में इंग्लैण्ड के इतिहास के प्रसिद्व महाअधिकार पत्र, ‘‘मेग्नाकार्ट’’ (1215 ई.) का बार-बार उल्लेख किया है। सम्पादक ने ‘‘मेग्नाकार्ट’’ दस्तावेज को भी हिन्दी अनुवाद करके इस पुस्तक के अंत में जोड़ दिया है।
James Tod krit Rajasthan mein Samantwad
जैम्स टाॅड कृत राजस्थान में सामंतवाद
Author : Devilal Paliwal
Language : Hindi
ISBN : 9789385593222
Edition : 2018
Publisher : RG GROUP
₹300.00
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