दलित चेतना के स्वर : श्री चन्दनमल नवल बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं। आप आदर्श शिक्षक, कुशल प्रशासक, समाज सेवी, विद्वान और प्रख्यात लेखक हैं। अब तक इनकी बारह पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। श्री नवल दलित चेतना के विषयों पर लिखते हैं। दलित आन्दोलन में इनकी कृतियों की खूब चर्चा और सराहना हुई है। श्री नवल लेख भी लिखते हैं। इनके अनेक लेख देश-प्रदेश की प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं। इनकी कृतियां और लेख मौलिक और शोधपूर्ण हैं। प्रस्तुत पुस्तक ‘दलित चेतना के स्वर’ दलित चेतना पर लिखे गये लेखों का संग्रह है। अधिकांश लेख समसामयिक विषयों पर लिखे गये हैं। अछूते विषयों पर लिखना इनका शगल है। लेखक अपनी बात तथ्य और आंकड़े देकर प्रमाणित करते हैं। इनकी भाषा और शैली सरल और प्रभावशाली है। इसलिए लेखक की बात पाठकों को आसानी से समझ में आती है, साथ ही उनके हृदय पर गहरी छाप छोड़ती है। श्री नवल अम्बेडकरी विचारधारा के पोषक हैं। इन्होंने अपने लेखों में धार्मिक पाखण्डों का परदाफाश किया है। पाठकों को सचेत भी किया है कि अन्धविश्वासों से बचें। पुस्तक में लेखक ने दलित-चेतना के अनेक प्रश्न खड़े किए हैं और उत्तर भी तलाशे हैं। श्री नवल का प्रयास प्रशंसनीय है। इनके लेख ज्ञानवद्र्र्धक और उपयोगी हैं। इन्होंने अपनी सशक्त रचनाओं के बल पर साहित्य जगत में पहचान बनाई है। श्री नवल राष्ट्रीय स्तर के अनेक पुरस्कारों से नवाजे जा चुके हैं और अनेक संस्थाओं तथा संगठनों से सम्मानित हो चुके हैं। मुझे विश्वास है कि पाठक जगत में इस पुस्तक का स्वागत होगा।
Dalit Chetna Ke Swar
दलित चेतना के स्वर
Author : Chandanmal Nawal
Language : Hindi
Edition : 2016
ISBN : 9788188757251
Publisher : RG GROUP
₹250.00
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