मुस्कुराइए : विश्वविद्यालय में पढ़ने के दौरान ही ‘मुस्कुराइए’ छपी। 1974 में इसका पहला संस्करण आया। बाद में कई संस्करण निकले। अब पेश है इसका ताजा संस्करण। इन 28 बरसों में बहुत सारी चीजें बदली लेकिन एक चीज बिल्कुल नहीं बदली – वह है हमारी हँसने, खुश रहने की इच्छा। लतीफों ने माध्यम और जबानें बदली होंगी लेकिन उनकी आत्मा वैसी ही रही। व्हाट्सऐप, फेसबुक, इंटरनेट, एस.एम.एस. और गूगल चुटकुलों का माध्यम बने हैं और आने वाली तकनीकें भी यही काम बदस्तूर करती रहेंगी।
अस्तित्व सुन्दर है नानारूपा है लेकिन इसका हमें सबसे बड़ा तोहफा है – हास्य।
ज्यादा वक्त जाया नहीं करते, हँसते हैं, ठहाका लगाते हैं, मुस्कुराते हैं…
Muskaraiye
मुस्कुराइए
Author : Manohar Singh Lalas
Language : Hindi
ISBN : 9789384406059
Edition : 2018
Publisher : RG GROUP
₹250.00
Reviews
There are no reviews yet.