सूरज कंवर बाईसा रे ब्याव री बही : प्रस्तुत बही जोधपुर के यशस्वी महाराजा अजीतसिंहजी की सुपुत्री बाईजीलाल सूरज कंवर के विवाह से सम्बन्धित है। वि.सं. 1776 में जब आंबेर नरेश सवाई जयसिंह के साथ उनका विवाह सम्पन्न हुआ तब उस मांगलिक रीतिरिवाजों का विशद् विवरण बही में दर्ज किया गया था। यह बही उस काल में मारवाड़-आंबेर वैवाहिक सम्बन्धों के साथ ही साथ राजनीतिक क्रियाकलापों के सम्बन्ध में कई महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान करती है। मारवाड़ की संस्कृति एवं परम्पराओं के सम्यक् ज्ञान के परिदृश्य में यहां के प्रमुख पदाधिकारियों के साथ जोधपुर दुर्ग के विभिन्न ज्ञात-अज्ञात ऐतिहासिक इमारतों पर भी जानकारियां दी गई मिलती है जो इतिहास, संस्कृति एवं मारवाड़ के रीति-रिवाजों के संदर्भ में कई महत्वपूर्ण पक्ष उजागर करते हैं। उक्त बही जो महाराजा अजीतसिंह की सुपुत्री बाईजीलाल सूरज कंवर के विवाह से सम्बन्धित है जो पुस्तक प्रकाश में संग्रहीत प्राचीनतम बही में से एक है। इस बही में बाईजीलाल अभैकंवर, बाईजीलाल सिरेकवर, बाईजीलाल उदैकंवर, बाईजीलाल सरूपकंवर के विवाह की भी संक्षिप्त विगत दी गई है। इस बही का सफल सम्पादन होने से मारवाड़ राजघराने के सांस्कृतिक जीवन का विश्वसनीय चित्र प्रस्तुत करने में पर्याप्त सफलता प्राप्त हुई है।
Suraj Kanwar Baisa Re Byav Ri Bahi
सूरज कंवर बाईसा रे ब्याव री बही
Auther : Mahendra Singh Nagar
Language : Hindi
Edition : 2013
ISBN : N/A
Publisher : RG GROUP
₹300.00
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