भारतीय लोकतन्त्र में महिला विकास से सम्बन्धित समस्याएं एवं समाधान : भारतीय महिलाएं आज से नहीं सदियों से जागरुक और अग्रणी रही है। वे प्राचीन काल से आत्म निर्भर रही है और हमारी सभ्यता व संस्कृति में महिलाओं को हमेशा ही उक्त स्थान दिया गया है, लेकिन आज वैसी बात नहीं है। आधुनिक समाज में महिलाओं को कदम–कदम पर बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है, उनकी राह आसान नहीं है। अपने अस्तित्व को बरकरार रखने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। संधर्षों की कड़ी में महिलाओं को राजनीतिक सहभागिता के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है। राजनीतिक मंच की सहभागिता से किसी न किसी प्रकार महिलाओं की राह आसान हो सकती है, इसलिए महिलाएँ इस ओर तीव्रता से अग्रसर हो रही है। राजनीतिक अधिकारिता से सामाजिक और आर्थिक अधिकारिता को बल मिलेगा, की सोच महिलाओं को राजनीति की ओर खींच रही है।
यह सदी नारी–विमर्श के प्रचंड चिंतन से प्रारम्भ होती है। एक स्त्री को क्या चाहिए ? उसका जीवन किन भित्तियों पर टिका होना चाहिए ? उसकी अभिव्यक्ति के कौन–कौन से द्वार होने चाहिए ? उसकी आजादी के क्या अर्थ है ? उसके अधिकार क्या है ? उसकी प्राथमिकताएं क्या होनी चाहिए ? इन प्रश्नों के मध्य घिरी आज की नारी संतुलित होना चाहती है। प्रस्तुत पुस्तक में इसी समग्रता का विशद अध्ययन नारी मन की गहराई के साथ किया गया है। यह ग्रंथ नारी–विमर्श संबंधी विभिन्न मूल्यों पर अनुचिन्तन के साथ न केवल मूल्यांकन करता है अपितु भारतीय संदर्भ में नारी–विमर्श का प्रमाणिक दस्तावेज भी सिद्ध होता है।
Bhartiya Loktantra mein Mahila Vikas se Sambandhit Samasyayen evam Samadhan
भारतीय लोकतन्त्र में महिला विकास से सम्बन्धित समस्याएं एवं समाधान
Author : Ruchi Agrawal
Language : Hindi
ISBN : 9788188757374
Edition : 2017
Publisher : RG GROUP
₹400.00
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