बिजोलिया का इतिहास : प्राप्त शिलालेख एवं ऐतिहासिक अवशेषों से यह प्रमाणित एवं सर्वमान्य है कि बिजोलिया प्राचीन एवं मध्यकाल में एक समृद्ध एवं सांस्कृतिक नगर था। रहा प्रश्न वर्तमान का तो यह कहना, बिजोलिया अर्थात् ऊपरमाल की माटी ने विश्वप्रसिद्ध किसान आन्दोलन का सूत्रपात कर इतिहास में स्वर्णअक्षरों में अपना नाम लिखवाया। प्रस्तुत पुस्तक में प्राचीन इतिहास एवं वर्तमान में किसान आन्दोलन को मैनें नई अवधारणा एवं कई नवीन तथ्यों के साथ प्रस्तुत करने का प्रयास किया है। पुस्तक छोटी अवश्य है किन्तु ऐतिहासिक दृष्टि से उपयोगी सिद्ध होगी ऐसी आशा है।
Bijoliya Ka Iitihas
बिजोलिया का इतिहास
Author : Tej Singh Tarun
Language : Hindi
Edition : 2018
ISBN : N/A
Publisher : RAJASTHANI GRANTHAGAR
₹189.00
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