पानी कहे पुकार के : इस छोटी पुस्तक में जो सबसे छोटे आलेख हैं उनको मैंने प्रारंभ में इसलिए लिखा कि ये विज्ञापन के रूप में छपतें और पाठकों पर इनका कुछ प्रभाव संभव हो पाता। ये विज्ञापन तो नहीं बन सके पर सोचा गया कि पानी पर ऐसे और आलेख लिखकर इन्हें एक पुस्तक के रूप में प्रकाशित किया जाए, जो यह छोटी पुस्तक है। इसे लिखा मैंने है, पर माना जाए कि यह उन सब की लिखी एवं उन सबके लिए लिखी पुस्तक भी है, जो इसे पढ़ेंगे। यह पुस्तक सभी नागरिकों के लिए है, जन प्रतिनिधियों के लिए है, पानी का प्रशासन व प्रबंधन करने वालों के लिए है, स्कूलों व उच्च शिक्षा के छात्रों के लिए है, युवकों के लिए है और हमारे परिवारों में पानी का व्यवस्थापन करने वाली माताओं-बहिनों आदि के लिए है, यदि कि यह इन सभी को अपनी-अपनी तरह से पानी के प्रति ऐसे ही विचारों व भावों से भर सके और आवश्यक व उचित पानी कर्म-पानी धर्म के निर्वाह के लिए व्यक्तिगत व सामूहिक रूप में प्रेरित कर सके।
पानी हमारी प्राथमिक व परम आवश्यकता है। पानी के बिना जीवन नहीं। अतः जरूरी है कि पानी सम्बंधी वर्तमान स्थिति व समस्याओं को हम समझें, इन पर हम संवाद करें और इनके समाधान का अभियान बनें। यह छोटी पुस्तक भी इस हेतु कुछ योगदान अवश्य दे सकती है।
Pani Kahe Pukar Ke
पानी कहे पुकार के
Author : Gopal Bhardwaj
Language : Hindi
Edition : 2011
ISBN : 9788186103210
Publisher : RAJASTHANI GRANTHAGAR
₹145.00
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