देशप्रेमी महाराज कुमार गिरधरसिंह भाटी जैसलमेर : महान भाटी राज्य जैसलमेर के अंतिम महारावल देशपे्रमी गिरधरसिंह का जन्म 13 नवम्बर, 1907 को महारावल जवाहरसिंह के ज्येष्ठ पुत्र के रूप में हुआ। गिरधरसिंह की माता रानी लक्ष्मी कंवर लूणार ठिकाने के सोढ़ा सोहनसिंह की पुत्री थी। 17 फरवरी, 1949 को महारावल जवाहरसिंह के आकस्मिक निधन के बाद आप जैसलमेर राज्य के शासक बने। इस समय नई दिल्ली में सरदार पटेल के नेतृत्व में राजपूताने की चार बड़ी रियासतों के राजस्थान में विलय के प्रयास चल रहे थे। वी.पी. मेनन जैसलमेर रियासत को केन्द्र शासित प्रदेश बनाना चाहते थे, किंतु महारावल गिरधरसिंह के साथ-साथ जैसलमेर रियासत की जनता ने भी इसे पसंद नहीं किया। अंत में भारत सरकार तथा जयपुर, जोधपुर, बीकानेर और जैसलमेर रियासत के मध्य हुए समझौते के बाद ये रियासतें 30 मार्च, 1949 को राजस्थान में सम्मिलित हुई। इस हेतु भारत सरकार तथा इन चारों रियासतों के मध्य सम्पन्न हुए काॅवनेन्ट पर देशप्रेमी गिरधरसिंह ने ही जैसलमेर राज्य के स्टेट आॅफ राजस्थान में विलीनीकरण हेतु हस्ताक्षर किये थे। 27 अगस्त, 1950 को आपका देहान्त हुआ।
Deshpremi Maharaj Kumar Girdharsingh Bhati Jaisalmer
देशप्रेमी महाराज कुमार गिरधरसिंह भाटी जैसलमेर
Author : Hari Singh
Language : Hindi
Edition : 2015
Publisher : RG GROUP
₹399.00
Kirtpal Singh Bhati –
भाटियों के इतिहास के लिए एक अनमोल पुस्तक