अकबर-बीरबल विनोद : गली-कूचों में कविता सुनाते-सुनाते मुगल सम्राट अकबर के दरबार में पहुँच कर बादशाह के अभिन्न मित्र बन जाने वाले बीरबल के नाम से शायद ही कोई पाठक अनभिश्र होगा। बीरबल एक नीति मर्मज्ञ, विद्वान, जिन्दादिल दरबारी, सूझबूझ के धनी और बात में बात पैदा करने वाले अद्वितीय व्यक्तित्व के धनी थे। बादशाह अकबर ने अपने नवरत्नों में बीरबल को सम्मिलित किया।
अकबर बीरबल का यह मणिकांचन मिलन हमें उनके विनोद में देखने को मिलता है तथा अकबर बीरबल का नाम विनोद का पर्याय बन गया है। कोई भी हास्य विनोद उनके किस्सों के बिना फीका ही कहा जायेगा। बच्चों से लेकर बूढ़ों तक तथा पढ़े लिखों से लेकर अनपढ़ों तक सर्वत्र उनके किस्सों से लोग नित्य प्रति हास्य विनोद का लुत्फ उठाते हैं।
प्रस्तुत पुस्तक के माध्यम से लेखिका ने शिष्ट हास्य विनोद से सुधी पाठकों का साक्षात्कार करवाने का जो प्रयास किया है वह सराहनीय है।
Akbar-Birbal Vinod
अकबर-बीरबल विनोद
Author : C.A. Pooja Singhvi
Language : Hindi
ISBN : 9788188756164
Edition : 2019
Publisher : RG GROUP
₹179.00
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