आओ, हँसें एक साथ : आज के आपाधापी के, संघर्ष के, रोटी कमाने की थकान में, धनी बनने की चाह में या आपसी इर्ष्या-द्वेष के कारण मनुष्य की सहज हँसी-मुस्कराहट मानों कहीं खो गई। इसलिए हर एक मन जैसे घुटा-घुटा सा रहता है। आपस में खुलकर मन का सुख-दु:ख तो बाँट ही नहीं पाते, तो उन्मुक्त हँसी हँसेंगे कैसे ? कहीं घर पर मिलने गए, किसी पार्टी में शरीक हुए तो चार इंची मुस्कान चेहरे पर नकाब की तरह ओढ़ ली… बस; हँसने की, प्रसन्नता की औपचारिकता हो गई। चुटकुले, कहावतें, मुहावरें, हास्य कथाएँ आदि सदियों से मनुष्यों को हँसाते आए हैं। किसी को सुन कर बरबस हँसी आती है तो किसी से सौम्य मुस्कराहट… पर सभी से मन प्रसन्न अवश्य होता है। इस संकलन में हास्य, व्यंग्य, नीति व उपदेशात्मक चुटकले संकलित प्रस्तुत किये गये है। इनको पढ़कर पाठकों के मुख पर प्रसन्नता व उल्लास का उजाला अवश्य फैलेगा।
Aao Hansen Ek Sath
आओ, हँसें एक साथ
Author : Manish Singhvi
Language : Hindi
ISBN : 9788881757022
Edition : 2018
Publisher : RG GROUP
₹199.00
Reviews
There are no reviews yet.