रावणा राजपूत मीमांसा : रावणा शब्द मीमांसा, रावणा शब्द के इस समूह पर चपकने का कारण और चाकर व्याख्या। इस समूह के क्षत्रिय होने का प्रमाण और दरोगा, ख्वास, हजूरी, चेला, वजीर शब्द की स्थापना। दश प्रश्न- जिसमें निकास कर्म, धर्म, मत, रीति रस्म संस्कार विवाह संबंध, आदि क्षत्रियों से है और क्षत्रियोक्त है, सिद्व किये गये है और जातीय से पतित नहीं है, प्रमाणित किये गये है। गोला कौन है और कारी ब्याही विधवा आदि की तालिका से अनर्गल शंका का खंडन किया गया है। परिशिष्ट भाग जिसमें पट्टे परवानों, पीढियों, युद्व सेवा इज्जत, मान-मर्यादा दिखाकर क्षत्रियों से इनका एक्यभाव प्रमाणित किया गया है व पं. गौरीशंकर जी की नवीन सम्मति है। रावणा राजपूतों को संदेश…
Ravna Rajput Mimansa
रावणा राजपूत मीमांसा
Author : Th. Jaisingh Baghel
Language : Hindi
Edition : 2021
ISBN : 9789384168810
Publisher : RAJASTHANI GRANTHAGAR
₹219.00
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