आवश्यक सुचना
राजस्थान सरकार द्वारा महात्मा गांधी द्वारा लिखित पुस्तक सत्य के साथ मेरे प्रयोग पर दिनांक 19.12.2019 को परीक्षा आयोजित करना तय किया है। इस पुस्तक का प्रकाशन हमारे द्वारा किया गया है। अपनी प्रति आज ही सुरक्षित करे, प्रकाशित पुस्तक सम्पुर्ण सामग्री के साथ है तथा महात्मा गांधी द्वारा लिखित पुस्तक का पूरा अनुवाद है। पुस्तके नियमानुसार राजस्थानी ग्रंथागार, सोजती गेट, जोधपुर से लेवे। किसी भी शंका समाधान हेतु कॉल करे 9414100334, 9414243804
सत्य के पुजारी के लिए जीवन में कुछ भी छिपाव-दुराव नहीं होता। गांधीजी ने अपनी भूलों तथा कमियों को कहीं भी छिपाने का प्रयत्न नहीं किया उनका उल्लेख मुक्तभाव से किया। यह उनके अंतर की पारदर्शी सच्चाई का परिचायक है।
दुनिया में बहुत-से महापुरुषों ने अपनी आत्म-कथाएं लिखी हैं, किन्तु यह आत्म-कथा उनसे भिन्न है। इसमें गांधीजी के जीवन की महान उपलब्धियों की गाथा नहीं है, बल्कि इसके एक-एक शब्द में यह कामना निहित है कि मानव-समाज सत्य की आराधना करें और और अहिंसा के द्वार सत्य-रूपी परमेश्वर से साक्षात्कार करें।
इस पुस्तक की एक और विशेषता है कि यह अत्यन्त सरल तथा सुबोध भाषा-शैली में लिखी गई है। अतः सामान्य पढ़े-लिखे भी इसे पढ़ और समझ सकते है।
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