व्यावहारिक हिन्दी व्याकरण : प्रस्तुत पुस्तक हिन्दी व्याकरण और रचना का व्यावहारिक आदर्श प्रतिष्ठित करने के प्रयोजन एवं दृष्टिकोण से लिखी गई है। इसमें कुल उन्तीस अध्याय हैं, जिनमें प्रथम तेईस अध्याय व्याकरण से और अन्तिम छह अध्याय रचना से सम्बन्धित है। व्याकरण के अध्यायों के प्रमुख विवेच्य विषय ‘वर्णविचार’, ‘शब्दविचार’ और ‘वाक्यविचार’ हैं, जिनके अंतर्गत क्रमश: तदतद विषयों के प्रमुख बिंदुओं को उनके लक्षणों और उदाहरणों द्वारा सुस्पष्ट क्रिया गया हैं। वर्णविचार में वर्णादि से सम्बन्धित सामग्री संयोजित की गई है। ‘शब्दविचार’ में प्रथमत: शब्दों के प्रकार तथा उनका वर्गीकरण करते हुए उन्हें भिन्न-भिन्न प्रकारों में विभक्त किया गया है, जिनमें विकारी और अविकारी शब्द प्रमुख है। शब्दों की रचना के आधार उपसर्ग, प्रत्यय, तद्धि, संधि और समास आदि होते हैं, हिन्दी के शब्दज्ञान के भण्डार का विस्तृत परिचय दिया गया। ‘वाक्य विचार’ के अन्तर्गत वाक्यों के भेद, वाक्य परिवर्तन, वाक्य संशलेषण, वाक्य विश्लेषण आदि विषय विवेचित हुए हैं। अंत में शुद्धेखन सम्बन्धी सामान्य भूलों और उनके संशोधन के पर्याप्त उदाहरण दिये गये हैं। ‘रचना खण्ड’ में क्रमश: मुहावरे और कहावतें, पत्र-लेखन, अपठित गद्यावतरण सारांश लेखन और निबंध-रचना विषयक अध्याय हैं, जिनकी विचार सामग्री सामान्य तथा प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाने वाले प्रश्नों से सुसम्बद्ध और पठनीय है।
हिन्दी में व्याकरण और रचना सम्बन्धी अनेक पुस्तके उपलब्ध होने पर भी इस पुस्तक की ऐसी अनेक विशेषता हैं, जिनका महत्व इसके पठन-पाठन से ही समझा जा सकता हैं। इसके लेखन में विद्वान लेखक के पाँच दशकों और अध्यापन-अनुभव अंतर्निहित है, जिससे अध्यापक और छात्र दोनों ही पूर्णत: लाभान्वित हो सकेंगे। शुद्ध हिन्दी-लेखन तथा हिन्दी व्याकरण और रचना विषयक ज्ञान-सामग्री जुटाने के सभी बिन्दुओं का समावेश करते हुए इस लघु ग्रंथ को सभी दृष्टियों से सर्वागीण बनाने में कोई कमी नहीं रखी गई है।
Vyavaharik Hindi Vyakaran
व्यावहारिक हिन्दी व्याकरण
Author : Venkat Sharma
Language : Hindi
Edition : 2019
ISBN : 9789384406462
Publisher : RG GROUP
₹300.00
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