अलंकार पारिजात : अलंकार शास्त्र का स्वरूप, काव्य का स्वरूप, काव्य के रूप, काव्य के अंग, Alankar Parijat Narottamdas
अलंकार – अर्थ, परिभाषा, लक्षण, काव्य में अलंकारों का स्थान, अंलकार के भेद (प्रकार), शब्दालंकार, अर्थालंकार, नवीन पाश्चात्य अलंकार – मानवीकरण,
विशेषण-विपर्यन, ध्वन्यर्थ-व्यंजना, अलंकारों का सोदाहरण लक्षण, शब्द शक्ति – अभिधा, लक्षणा – उपादान-लक्षणा, लक्षण-लक्षणा, व्यंजना – शाब्दी व्यंजना, आर्थी व्यंजना, गुण और रीति – काव्य गुण-प्रसाद, ओज, माधुर्य, काव्य रीति-वैदर्भी रीति, गौड़ी रीति, पांचाली रीति, काव्य दोप, रस एवं छन्द सहित सम्पूर्ण पुस्तक। अलंकार परिजात
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